आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन पतंजलि योग समिति ऑडिटोरियम बदायूं में जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया

आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन पतंजलि योग समिति ऑडिटोरियम बदायूं में जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया

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बदायूं: आज पतंजलि योग समिति ऑडिटोरियम में आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया। आचार्य बालकृष्ण का जन्म 4 अगस्त 1972 को हरिद्वार में हुआ था। उनकी माता का नाम सुमित्रा देवी और पिता का नाम जय बल्लभ है। उनकी शिक्षा हरियाणा के खानपुर गुरुकुल में हुई थी। उन्होंने योग गुरु रामदेव जी के साथ मिलकर दिव्य फार्मेसी की स्थापना की, जिसकी आर्थिक मदद अप्रवासी भारतीय दंपति सुनीता और उनके पति सर्वन फौद्दार ने की थी।
इस अवसर पर विभिन्न विद्वानों ने आचार्य बालकृष्ण के जीवन के बारे में जानकारी दी और सभी योगार्थियों ने ऑडिटोरियम के प्रांगण में विभिन्न जड़ी बूटियों के पौधों का रोपण किया। आचार्य बालकृष्ण आज पतंजलि योग पीठ के चेयरमैन हैं और विश्व के अग्रणी आयुर्वेद वैज्ञानिकों में गिने जाते हैं। उनके नेतृत्व में पतंजलि के लगभग 350 उत्पाद विश्वभर में प्रचलित हैं, जिससे दुनिया आयुर्वेद और स्वदेशी से लाभान्वित हो रही है। जनपद के प्रमुख योग गुरु गिरधारी सिंह राठौर ने योग और आयुर्वेद के माध्यम से जीवन को रोगमुक्त रखने के महत्व पर प्रकाश डाला। भीम सेन सागर जी ने अपने योग के अनुभव साझा किए और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि हमारे आसपास के सभी पेड़-पौधे किसी न किसी औषधि के रूप में उपयोगी हैं, जिसका ज्ञान आचार्य बालकृष्ण द्वारा लिखित पुस्तकों से प्राप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर सतीश चंद्र एडवोकेट, सुरेंद्र सिंह आर्य, आवेश पाल सिंह, विनोद कुमार भारतीय, दिनेश चंद्र शर्मा, जगन्नाथ प्रसाद, मदन लाल पाल, वीरेंद्र सिंह, संजीव चौहान, तिरवेंद्र पटेल, नरेश चंद्र गुप्ता, सूरजभान, महेंद्र सिंह फौजी, उषा रानी, प्रीति राठौर, सिम्मी, संध्या गुप्ता, रेनू गुप्ता, अनीता सिंह, लबली चौहान, अखलेश कुमारी, सुनीता, नीलम, निष्ठा, तान्या पटेल, अनुपमा आदि उपस्थित रहे।
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