"अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रमों का आज शुभारंभ ।

"अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रमों का आज शुभारंभ ।

Share with
Views : 402
 गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं में समाजशास्त्र विभाग के तत्वावधान में  विभागाध्यक्ष व कॉर्डिनेटर नैक व आई० क्यू०ए० सी०, असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के संयोजन एवं निर्देशन में व प्राचार्या डॉ  गार्गी बुलबुल के संरक्षण में  "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस"  के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज प्रथम दिवस "राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका" विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित हुई। जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया।
प्राचार्या जी ने कहा कि देश में जब तक कन्या भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा जैसी कुरीतियों पर रोक नहीं लगती तब तक महिला सशक्तीकरण का दावा अधूरा है। 
 कार्यक्रम का संचालन करते हुए असि प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने बताया कि नारी गुणों की खान है। वह पति के लिए चरित्र, संतान के लिए ममता, समाज के लिए गौरव और विश्व के लिए करूणा संजोने वाली महाकृति है। नारी का मानव की सृष्टि में ही नहीं, बल्कि समाज निर्माण में भी महत्वपूर्ण स्थान है। नारी और पुरूष मिलकर परिवार,समाज एवं राष्ट्र का निर्माण करते है। संस्कृति की नींव डालने का श्रेय सर्वप्रथम नारी को ही दिया जाता है। डॉ इति अधिकारी ने बताया कि यदि लड़का लड़की के भेदभाव को खत्म कर देश में समानता लानी हैं तो इसके लिए नई शुरूआत के लिए सभी को मिलकर कदम बढ़ाना होगा। 
ततपश्चात "राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका" विषय पर निबंध प्रतियोगिता कराई गई। जिसमें क्रमशः प्रथम स्थान पर बी ए द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा कु प्रियंका साहू, द्वितीय स्थान पर कु अनुष्का वर्मा  एवं तृतीय स्थान पर कु अपूर्वा  व कु अनामिका और अनुराधा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन सरला देवी चक्रवर्ती ने किया।  इस अवसर सभी छात्राओं की सक्रिय सहभागिता रहीसाथ ही समस्त महाविद्यालय परिवार का सहयोग रहा। 
error: कॉपी नहीं होगा भाई खबर लिखना सिख ले